पता नहीं लोग दोहरी मानसिकता क्यूँ रखते हैं पता नहीं लोग दोहरी मानसिकता क्यूँ रखते हैं
इस देश में या तो अनपढ़ों के लिए काम है या खूब पढ़े लिखे अंग्रेजी में गिटपिट करने वालों की इस देश में या तो अनपढ़ों के लिए काम है या खूब पढ़े लिखे अंग्रेजी में गिटपिट करने...
मां की गोद में सिर रखकर वो सपनों में खो जाना चाहती थी मां की गोद में सिर रखकर वो सपनों में खो जाना चाहती थी
वृक्ष के भाग्य से निराश होकर उसने और कहीं जाना और दाना ग्रहण करना भी छोड़ दिया। वृक्ष के भाग्य से निराश होकर उसने और कहीं जाना और दाना ग्रहण करना भी छोड़ दिया।
आखिरी निशानी थी, आज उससे भी मुक्त हो चला। आखिरी निशानी थी, आज उससे भी मुक्त हो चला।
मैथिली मैं नहीं तू बहुत दूर चली गयी पर देख न तुझे मेरे दिल से कोई नहीं ले जा सकेगा, कभी भी और मैथिली... मैथिली मैं नहीं तू बहुत दूर चली गयी पर देख न तुझे मेरे दिल से कोई नहीं ले जा सके...